लगन के गीत

आरता करने का गीत-1

एक डाल छोटा, पेड़ मोटा, कर ऐ बड-गोत्तन आरता
दूर देषों से मनै, बुआ बुलाई, कर ऐ सुहागण आरता
आरता मैं तो करै ना जानूँ, क्युँकर कीजो बहनो आरता
ऐ हाथ हीरा गोद बीरा, कर ऐ सुहागण आरता
ऐ हाथ कसीदा, गोद भतीजा, कर ऐ सुहागण आरता
हाथ लोटा, गोद बेटा, कर ऐ सुहागण आरता
आरतड़ा का मैं तो हार लूंगी-लूंगी जबरक झूमका
आरतड़ा का मैं तो भैंस लूंगी ऊपर लूंगी पछेडीयाँ
औडै तो दौडै़ म्हारे महल मालिया, बीच बहन का ओबरा
औडै तो दौडै़ म्हारै कँवर खेलै, बिच खेलै भोले भान्जे
मैं थाने कहूँ म्हारे सुगना ओ साहिब, बीच बहन ना बासियो
सुन-सुन ऐ धण, ओछा बोल न बोलियो,
बहन है मेरी माँ की जाई सांगर सटै ग©रीधण घणी
सांगर ओ सायबां जाड़ा कै लागै, धनका लागै रुपये मोकला
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गीत आरता का -2
ऊँचा पीपल, पड़ी ऐ पँजाली, कर ऐ सुहागण आरता
ऐ आरतड़ा मैं तो कर ऐ ना जानू, क्यँुकर कीजो बहनो आरता
मैं तो दूरै देषां सै मेरी ननद बुलाई, आरतड़ा समझाईयों
ऐ गोरी-गोरी बईयां मै हरा हरा चुड़ला, कर ऐ सुहागण आरता
तीखे-तीखे नैना मे, झीणा-झीणा सुरमा कर ऐ सुहागण आरता
ऐ हाथ हीरा गोद बीरा, कर ऐ सुहागण आरता
धरदे हीरा बिठा दे बीरा, कर ऐ सुहागण आरता
ऐ हाथ कसीदा, गोद भतीजा, कर ऐ सुहागण आरता
हाथ लोटा, गोद बेटा, कर ऐ सुहागण आरता
ऐ धरदे लोटा, बिठा दे बेटा, कर ऐ सुहागण आरता
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