पीलिया

पोमचा

ये तो ननंद भुजाई दोनूं कातती, ये तो करै थी मन तन की बात
रसिया भँवर हठ माँगे ननंद बाई पोमचा
इब कै भाभी थारै जनमगा गीगला, लेस्या म्हे पोमचा रो भैस
बाई जी म्हारै जनगा गिगला, देवाँ थानै पोमचा रो भैस
रसिया भँवर हठ माँगे ननंद बाई पोमचा
यो नोवा मासज लागयो, होलर षब्द सुनाय
भाभी इब थारै जनमा है गीगला, देदेओ म्हान पोमचा रो भैस
रसिया भँवर हठ माँगे ननंद बाई पोमचा
म्हारे सुसरा जी आगै विनती, म्हारा सासु जी आगै विनती
थारी धीयड़ न ल्यो समझाये
थे तो दे दे ओ बहु म्हारी पोमचा, थारै जनमा है लाड़न पुत
रसिया भँवर हठ माँगे ननंद बाई पोमचा
म्हारी जेठ जी आगै विनती, थारी बहनड़ न ल्यो समझाय
थे तो दे दो ओ बहु म्हारी पोमचा, थारै जनमा है लाड़न पुत
बाई आई भतिजै कै चाव मैं
रसिया भँवर हठ माँगे ननंद बाई पोमचा
म्हारी देवर आगै विनती, थारी बहनड़ न ल्यो समझाये
थे तो दे दो ओ भावज म्हारी पोमचा,
थारै जनमा है लाड़न पूत, बाई आई भतीजे ग चाव
रसिया भँवर हठ माँगे ननंद बाई पोमचा
म्हारी दौर जिठानी आगै विनती, थारी ननदल न ल्यो समझाये
थे तो दे देओ दोरानी म्हारी पोमचा, थारै जनमा है लाड़न पुत
बाई आई भतीजै ग चाव
रसिया भँवर हठ माँगे ननंद बाई पोमचा
म्हारै मारूजी आगै बीनती, थारी बहनड़ न ल्यो समझाये
थे तो ना दयो गोरी म्हारी पोमचा, बाई आई भतीजे ग चाव
रसिया भँवर हठ माँगे ननंद बाई पोमचा
थे तो ले लो बाई जी म्हारी पोमचा, फेर मत आइयों म्हारै द्वार
म्हे तो आवाँ भाभी बाप गै, भाभी थारै डगर लात
जद भाभी थे पुत जनोगी, आवाँ बीर की पोल
रसिया भँवर हठ माँगे ननंद बाई पोमचा
म्हार आगणं खुन्टा कैर का, मैं रेषम बधाई डोर
मै तो कसगै बान्धी बाई जी, ढीला बाईजी गा बीर
रसिया भँवर हठ माँगे ननंद बाई पोमचा
थे तो आओ ऐ लुगायो म्हारी देख ल्यो, ये बहन रे भाई झुले खाये
ये तो रीम झीम बरस म्है, म्हारै आगणं माच्या कीच
रसिया भँवर हठ माँगे ननंद बाई पोमचा
बाई जी भागी खूंटा पाड़, टूटे बत्तीसों दाँत
थे तो आओ ये लुगायों म्हारी देख ल्यो
बाई जी चाबै नागर पान रसीला पान
रसिया भँवर हठ माँगे ननंद बाई पोमचा
मै तो धाई ये भेाजाई थारा पोमचा, मैं तो चाली दाँत तुड़ाय
आगै सै सासू ननंदा पूछियो म्हारी दौर-जिठानी पूछियो,
के ल्याई भतीजै के चाव मैं,
थानै तो सुझै देना ए लेना, मैं तो आई मेरी जान छुडाय।
रसिया भँवर हठ माँगे ननंद बाई पोमचा
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