बन्नी के मंगल गीत

जच्चा

सोहर जच्चा
सोहर बच्चा होने के बाद गाए जाते हैं। बच्चे के पैदा होते ही घरों में खुशी और धूमधाम का वातावरण आरम्भ हो जाता है और मंगल कार्यक्रम नामकरण तक चलते रहते हैं। इन गीतों में नारी शरीर में होते परिवर्तन, उसके मन की सोच, प्रसव पीड़ा और बच्चा पैदा होने से मिला आनन्द और उसके बाद सम्बन्धीजनों को हुई खुशी उत्सव, नेगचार आदि के गीत होते हैं। सोहर गीत पीड़ा और आनन्द के खट्टे-मीठे और रसीले अनुभवों से सिक्त होते हैं।
जच्चा-1
कोई माँगी कढ़ैया न देय हमारा दिल हलवे पै
पड़ोसन से मांग मैं कढ़ैया ले आई।
सासू जी आटा न दिया । हमारा दिल....
हाथ पैर जोेड़ मैंने सासू मनाई ।।
जेठानी जी घी ना दिया । हमारा दिल....
जैसे तैसे करके जेठानी मनाई ।
दौरानी ने बूरा ना दिया। हमारा दिल....
जैसे तैसे करके दौरानी मनाई।।
ननदी जी करने ना देय ।। हमारा दिल....
गुड़िया दे मैंने ननदी मनाई ।।
राजा जी खाने न देय । हमारा दिल....
सेज बिछा मैंने राजा मनाए ।
होलर पचने न देया । हमारा दिल....
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जच्चा-2
गोरे-गोरे हाथों मैं मेहँदी रचा के, नैनों में कजरा डाल के
चली जच्चा रानी जलवा पूजन को, छोटा सा घूंघट निकाल के
चली जच्चा रानी जलवा पूजन को
सुईयां भी पहनो जच्चा रानी, टिके को रखना सम्भाल के
पाँव धीरे-धीरे रखो जच्चा रानी, पीले को रखना सम्भाल के
चली जच्चा रानी जलवा पुजन को, छोटा सा घूंघट निकाल के
झुंझुना जच्चा-3
ये बड़ी दूर से आया है मुन्ने का झुंझुना
दादी ने फरमायष भेजी, दादा जी ने लैटर लिखा
ये वी पी होकर आया है मुन्ने का झुंझुना
ये रेलों रेलों आया है मुन्ने का झुंझुना
ये हवाई जहाज से आया है मुन्ने का झुंझुना
ये बड़ी दूर से आया है मुन्ने का झुंझुना
ताई ने फरमाईष भेजी ताऊ जी ने लैटर लिखा
ये वी पी होकर आया मुन्ने का झुंझुना - चाचा, मामा, नाना
जच्चा-4
गीगे का दादा न्यू कहवै मैं करूँ दिसोटन भारी
गीगे की ताऊ न्यू कहवै मैं करूँ दिसोटन भारी
गीगे का दादी न्यू कहवै गीगा के हुडी लाया
गीगे का ताई न्यू कहैव गीगा के हुडी लाया
हाथों से नंगा आया, पैरो से नंगा आया
हाथों की मुट्ठी भींचे के सिर पे लटूरी लाया
गीगे का अम्मा न्यू कहवै मैं करूँ दिसोटन भारी
जच्चा बधाई
मिल के खुशी मनाए हम, ये दिन खुशियों वाला आया,
मिल के झूमें गाये हम, ये दिन खुशियों वाला आया।
झूम रहा है गगन, खुशियों से नाच रही है धरती,
बांध के घुंघरू घर आई, खुशियाँ छम-छम करती।
कैसे इसे छुपाए हम, ये दिन खुशियों वाला आया,
सदके जाऊं इस सतगुरु पर, जिसने ये खुशियां दिखाई।
पूरी हो गई चाह सभी की, मुँह मांगे मुरादें पाईं,
लख-लख शुक्र मनाएँ हम, ये दिन खुशियों वाला।
बिन पंखों के उड़ी जाऊं, पड़े ना पांव जमी पर,
अपने जैसा भागों वाला, होगा कौन कहीं पर।
कैसे इसे छुपाए हम, ये दिन खुशियों वाला आया,
आठ पहर दस्तक देती हैं, खुशियाँ जिनके दर पर।
तीन लोक के मालिक का है, हाथ ये मेरे सिर पर,
झूमें नाचें गाए हम, ये दिन खुशियों वाला आया।
चैरासी में गूंज रही है, खुशियों की शहनाई,
सुन्दर साथ को देने आए, सतगुरु आज बधाई।
सच्ची बात बताएँ हम, ये दिन खुशियों वाला आया।।
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जच्चा-6
मैं जापे में, ननद मेरी आई।
जो मैं घर होती तो मूली मंगवाती,
मूली के पत्तों से ननंदी का लहंगा सिलवाती। मैं जापे में..........
जो मैं घर में होती तो साँप मंगवाती,
ननंद के लहंगे में नाड़ा डलवाती। मैं जापे में..........
जो मैं घर में होती तो पालक मंगवाती,
पालक के पत्तों का ओढ़ना बनवाती। मैं जापे में..........
जो मैं घर में होती तो बिच्छू मंगवाती,
ननद के ओढ़ने में बूटी डलवाती। मैं जापे में..........
जच्चा-7
माँगे-माँगे ननद बाई कंगना, लाला के हुए का
फरसो पे बैठे बैठे सुसरा जी समझावै
दे दो बहुरानी कंगना लाल के हुए का
दुकानो में आता जाता जेठ समझावै
दे दो बहुरानी कंगना लाल के हुए का
कोलिज में आता जाता देवर समझावै
दे दो भाभी रानी कंगना लाला के हुए का
ये कंगना मेरे भाई के ब्याह का,
ना दूँ ननद रानी कंगना, होलर के हुए का
सेजो पे बैठा बैठा राजा समझाव,
दे दो गोरी रानी कंगना लाल के हुए का
कंगना उतार आँगन बिच फैंका
ले लो ननद बाई कगंना लाला के हुए का
कंगना तो लेके ननंदी जाने ना दूँगी
नाचो हमारे आंगना, लाला के हुए का
कंगना पहन ननंदी नाचण लागी
जुग-जुग जियो भाभी तेरा ललना,
जब-जब भाभी तुम पूत जनोगी
फिर-फिर आऊँ तेरे अँगना, होलर के हुए का।
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जच्चा-8
जच्चा तो मेरी सीधी-सादी जी, जच्चा तो मेरी भोली-भाली जी।
सात कनस्तर घी के खा गई, बारह बोरी गेहूँ की,
जच्चा तो मेरी भूखी रह गई जी। जच्चा तो मेरी सीधी..........
सात कुओं का पानी पी गई, बारह माट कुम्हारों के,
जच्चा तो मेरी प्यासी रह गई जी। जच्चा तो मेरी सीधी..........
साँप मार सिरहाणे धर ले, बिच्छू मार बगल मै जी,
जच्चा तो मेरी मच्छर सै डर गई जी। जच्चा तो मेरी सीधी.......
सास-ननंद की चोटी पाड़ै, आये गये के लहँगे जी,
जच्चा तो मेरी लड़ना ना जाणै जी। जच्चा तो मेरी सीधी..........
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जच्चा-9
छपा दिए अखबार लाल तेरे होने में
चुका दिए सब नेक लाल तेरे होने में
सासु आवै थाल बजावे मांगे अपना नेग
चुका दिया उन्हें नेग लाल तेरे होने मे
ननदल आवे सतिये थरावे मांगे अपना नेग
चुका दिया उसका नेग लाल तेरे होने में
जच्चा-10
नन्हे मुन्ने बच्चों की महफिल को मम्मी छोड़ के जी छोड़ के,
मैं आया मम्मी तेरे लिए प्रभु का घर छोड़ के-2
बाबा मिले मुझे, दादी मिली, मुझे एक नया परिवार मिला
ताऊ मिले मुझे, ताई मिली, मुझे एक नया परिवार मिला
मम्मी की गोद मिली, पापा का प्यार मिला
अब न जाऊँगा, मम्मी छोड़ के जी छोड़ के
नन्हे मुन्ने बच्चों की महफिल को मम्मी छोड़ के जी छोड़ के
मैं आया मम्मी तेरे लिए प्रभु का घर छोड़ के-2
चाचा मिले मुझे, चाची मिली मुझे, एक नया परिवार मिला
फूफा मिले मुझे, बुआ मिली मुझे, एक नया परिवार मिला
मम्मी की गोद मिली, पापा का प्यार मिला
अब न जाऊँगा, मम्मी छोड़ के जी छोड़ के
नन्हे मुन्ने बच्चों की महफिल को मम्मी छोड़ के जी छोड़ के
मैं आया मम्मी तेरे लिए प्रभु का घर छोड़ के-2
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जच्चा-11
खुशी हो रही मन में लालन के होये की
ललना की दादी आएगी, वो चरवा धराई मांगेगी
उन्हें क्या दूंगी क्या दूंगी क्या दूंगी जी
उनके हाथों में रामायण मैं दूंगी जी
बोलो जय राम जय राम जय जय राम जी
ललना के बाबा आएँगें, वो नाम धराई मांगेगे
उन्हें क्या दूंगी क्या दूंगी क्या दूंगी जी
उनके हाथों में गीता मैं दूंगी जी
बोलो जय कृष्ण जय कृष्ण जय जय कृष्ण जी
ललना की बुआ आयेगी, वो सतिये धराई मांगेगी
उन्हें क्या दूंगी क्या दूंगी क्या दूंगी जी
उनके हाथों में चरखा मैं दूंगी जी
बोलो जय गांधी जय गांधी जय गांधी जी
ललना के चाचा आयेंगे, वो गोद बिठाई मांगेंगे
उन्हें क्या दूंगी क्या दूंगी क्या दूंगी जी
उनके हाथों में झण्डा मैं दूंगी जी
बोलो जय हिन्द जय हिन्द जय हिन्द जी
ललना की सखियां आएँगीं, वो गीत गवाई मांगेंगी
उन्हें क्या दूंगी क्या दूंगी क्या दूंगी जी
उनके पैरों में घुँघुरू मैं दूंगी जी
बोलो ता थईया, ता थईया, ता थईया जी
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जच्चा-12
दिल के अरमां आज पूरे हो गए,
यशोदा के घर आज कन्हैया आ गए।
लाल आज कान्हा हो गए,
चरवां चढ़ाने दादी भी लो आ गई
हाथ के कंगन निछावर हो रहे
सतिये धराने बुआ भी लो आ गई
गल का हरवा हार निछावर हो रहे
नाम धराने बाबा जी लो आ गए
हाथ की गिन्नी निछावर हो रही
बिस्तर बिछाने जिठानी भी लो आ गई
कान के बुन्दे निछावर हो रहे
बंसी बजाने देवर भी ले आ गए
हाथ के ब्रेस्लेट घड़ियाँ निछावर हो रहे।
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