बहू आने पर गीत
बहू आने पर गीत-1
भैया भाभी लेकर आया, द्वार पर बाजी शहनाई।
बहनें खड़ी द्वार रोककर, हँस-हँस माँगें द्वार रुकाई।
माँग सुहाग भरी दमकें, अंखियाँ अनुराग भरी चमकें।
पायल झनकार भरी झनके, चूड़ियाँ गुहार भरी छनकें।
यह दुल्हन है तेरी भाई, खूब करो इसकी पहुनाई।
पर यह सब कुछ पीछे करना, पहले दे दो द्वार-रुकाई।
भैया भाभी लेकर आया, द्वारे पर बाजी शहनाई।।
बहनें मंगल का घट भरतीं, दादी मोतियन थाल लुटाती।
अम्माँ हँस-हँस वारी जाती, कैसी प्यारी दुल्हन पाई।
दुल्हन है तेरी भाई, पर यह तुम पीछे करना।
पहले दे दो द्वार-रुकाई।। भैया......
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