मेंहदी -2
मेरी मेहँदी के हरे-हरे पात, सांवरिया मेहँदी रंग भरी।।
गोरी किन तुझे मेहँदी मंगा दई और किसको मेहँदी का चाव।।
मेरे ससुरा जी ने मेहँदी मंगाइयाँ, मेरे जेठा जी ने मेहँदी मंगाइयाँ,
मेरी सासू जी को मेहँदी का चाव। मेरी जिठानी को मेहँदी का चाव।।
गोरी किन थारे हाथ रचाइयाँ, और कौन थारा निरखन हार।
मैं तो ओढ़ पहर पनियां चली, सखी हाथों में चूड़ा काँच का,
थारी खूब बनी तकदीर।। सांवरिया मेहँदी.......